

Maine Gandhi Ko Kyon Mara? (Hindi Translation of Why I Killed Gandhi) by Nathuram Godse
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Description
"मैंने गांधी को क्यों मारा?" (Why I Killed Gandhi) - लेखक: नाथूराम गोडसे "मैंने गांधी को क्यों मारा?" पुस्तक नाथूराम गोडसे द्वारा लिखित है, जो महात्मा गांधी के हत्यारे थे। इस पुस्तक में, गोडसे ने गांधी की हत्या के अपने कारणों को विस्तार से बताया है और अपनी विचारधारा को स्पष्ट किया है। मुख्य बिंदु: हत्या का कारण: गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या के पीछे अपने कारणों का उल्लेख किया है। उन्होंने गांधी की नीतियों, विशेष रूप से हिंदू-मुस्लिम एकता और पाकिस्तान के निर्माण के संबंध में उनकी भूमिका की आलोचना की है। राजनीतिक और धार्मिक दृष्टिकोण: गोडसे ने गांधी की अहिंसावादी विचारधारा और उनके धार्मिक दृष्टिकोण पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक और धार्मिक विचारों के आधार पर गांधी के कामों को गलत ठहराया है। आत्मकथा: पुस्तक में गोडसे की आत्मकथा के अंश भी शामिल हैं, जिनमें उन्होंने अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं, विशेष रूप से अपने राजनीतिक दृष्टिकोण और गतिविधियों के बारे में बताया है। विचारधारा: गोडसे ने अपनी विचारधारा और संगठन, हिंदू महासभा, के उद्देश्यों और नीतियों को भी स्पष्ट किया है। उन्होंने गांधी की हत्या को एक राजनीतिक कार्य के रूप में प्रस्तुत किया है, जिसे उन्होंने देशहित में आवश्यक माना। प्रभाव और प्रतिक्रिया: इस पुस्तक ने स्वतंत्रता के बाद के भारतीय समाज में बड़ी बहस छेड़ दी। गोडसे के विचारों और उनकी हत्या के कृत्य की व्यापक आलोचना हुई, लेकिन कुछ समूहों द्वारा समर्थन भी मिला। "मैंने गांधी को क्यों मारा?" एक विवादास्पद और महत्वपूर्ण पुस्तक है, जो भारतीय इतिहास के एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील अध्याय पर गहन दृष्टिकोण प्रदान करती है। यह पुस्तक न केवल गोडसे की विचारधारा को समझने में मदद करती है, बल्कि गांधी के जीवन और उनके कार्यों की भी पुन: समीक्षा करने का अवसर देती है।