
Bharat Ka Sangharsh
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Description
"भारत का संघर्ष: 1920-42" एक पुस्तक है जो ब्रिटिश भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान के घटनाक्रमों को विस्तार से वर्णित करती है। यह विशेषकर उन वर्षों के बीच की इतिहास को दर्शाता है जब भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन अपने चरम पर था और भारतीय जनता ब्रिटिश शासन के खिलाफ अग्रसर हो रही थी। इस पुस्तक का संक्षिप्त सारांश हो सकता है: 1. **खिलाफत आंदोलन**: 1920 में मुस्लिम और हिंदू समुदायों के बीच समझौते की भंग के बाद, खिलाफत आंदोलन का आरंभ हुआ। इस आंदोलन का उद्देश्य था ब्रिटिश सरकार के खिलाफ मुस्लिम समुदाय का सहयोग करना। 2. **असहिष्णुता आंदोलन**: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने असहिष्णुता और ब्रिटिश सरकार के खिलाफ विरोध प्रकट किया। गांधीजी की असहिष्णुता के आंदोलन में भागीदारी ने एकत्रित किए और लोगों को सशक्त किया। 3. **स्वदेशी आंदोलन**: भारतीयों ने अंग्रेजों के उत्पादों का बहिष्कार किया और स्वदेशी उत्पादों का प्रयोग किया। यह आंदोलन भारतीय और अंग्रेजी उत्पादों के बीच आर्थिक और सामाजिक आतंक का निर्माण किया। 4. **स्वतंत्रता संग्राम के नेता**: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और अनेक अन्य नेताओं ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नेतृत्व किया। 5. **महत्वपूर्ण घटनाएँ**: जैसे कि चौरी चौरा काण्ड, रोलेट एक्ट, जलियांवाला बाग घटना, दंगे, आदि। इस पुस्तक का मुख्य उद्देश्य भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण घटनाक्रमों को विस्तृत रूप से प्रस्तुत करना है, ताकि पाठक इस ऐतिहासिक अध्याय को समझ सकें और उसकी महत्ता को समझें।